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आखिर हम है क्या?

मन की बात
मन की बात
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हम है कि हम नहीं ! अगर हम है तो कहा है और अगर नहीं तो नहीं !
मैं बात कर रहा हु युवा वर्ग की। कहने को तो हम ६०% से ज्यादा जनसँख्या को दर्शाते हैं पर बात यह है कि हम दिखाई कहा देतें। हम डिस्को क्लब मे हैं, हम सिनेमा हॉल मे है, हम सोशल साइट्स पर पर हैं , हम सड़को पर हैं , हम कॉलेजों मे हैं पर हमारा वज़ूद क्या है। क्या हमारा वज़ूद जीवनमे सिर्फ ज़िन्दगी जीना है, क्या हमारा वज़ूद सिर्फ मॉल मे घूमना है, क्या हमारा वज़ूद सिर्फ समय व्यतीत करना है, क्या हमारा वज़ूद सिर्फ व्यर्थ का मनोरंजन करना है।
हम राजनीति में क्यों नही, हम विधानसभा में क्यों नही। क्या हम सिर्फ एक भीड़ हैं जो चले जा रही है, क्या हम सिर्फ एक समूह है जो दिन प्रति दिन बढ़ा जा रहा है। क्या हम सिर्फ माता पिता पर निर्भर हैं या फिर ये देश हम पर निर्भर है। क्या हम बच्चे हैं या बड़े?क्या हम मूर्ख हैं या हद से ज्यादा बुद्विमान?क्या हम सिर्फ हम हैं या बंटे हैं मैं मे? क्या हम अकेले हैं या हैं भीड़ मे दबे। क्या हम निडर हैं या हैं हद से ज्यादा डरे? क्या हम है स्वतंत्र या बोझ के नीचे दबे। क्या हमारी कुछ पहचान है या दूसरो की पहचान से हैं सजे। क्या हम जागताहुआ इंसान हैं या मुर्दे जैसे दफ़न हुए। क्या हम एक नयी सोच की उड़ान हैं या पुरानी सोच पर चढ़े। क्या हम वो इंसान जो परिकल्पना से है परेह। क्या हम एक दिये समान हैं जो कभी न बुझे। क्या हम वो निशान हैं जो हमेशा रहे। क्य हम एक सच की जुबान हैं जो एक निष्ठा पर अड़े। क्या हम एक नीला आसमान हैं जो हमेशा यूँही रहे। क्या हम एक ऐसी नाव हैं जो कभी न डूबे। क्या हम एक ऐसी पहेली हैं जो कभी न सुलजे। क्या हम एक ऐसी मुस्कान हैं जो कभी न हो ओज़ल, क्या हम एक ऐसा वरदान हैं जो है हर श्राप से परेह। क्या हम एक ऐसी कहानी जिसका नहीं है अंत, क्या हम वो काट जिसका नहीं है मंत्र।
तो सवाल तो यही है कि हम हैं क्या? हमें इसका जवाब तो ढूढ़ना पड़ेगा क्योंकि यह देश हमारे युवा कंधो पर निर्भर है। जिस दिन यह जवाब ढूंढ लिया उस दिन अच्छे दिन शायद हा ही जाएँ। तो हमे ज़रूरत है चीज़ों को समझने की, उन्हें जानने की। हमें ज़रूरत है आगे बढ़ने की। हमें ज़रूरत है मज़बूत बनने की, हमें ज़रूरत है कुछ नया करने की। हमें ज़रूरत है एक हिमालय बनने की। हमें ज़रूरत है एक सागर बनने की। हमें ज़रूरत है एक इतिहास बनने की वरना एक दिन ये देश हमसे ज़रूर पूछेगा कि हम हैं कि हम नहीं

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